क्या आप सात्विक लाइफ स्टाइल अपनाना चाहते हैं? क्या आप ऐसी सात्विक लाइफ स्टाईल को पसंद करते है? दोस्तों.. इन सवालों को पुछना बहुत जरुरी है. क्योंकि अनुशासित आदत अपनाना कोई भी व्यक्ति नहीं कर सकता. इसके लिये दिमाक स्थिर और एक जगह फोकस होणा जरुरी है. तभी आप इस चैलेंज को पुरा कर सकते हो.
सात्विक लाइफ स्टाइल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य देता है, बल्की इससे मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक होता है. इससे बडिया शांती मिलती है. हमे ख़ुशी का अनुभव मिलता है. और महत्वपूर्ण बात यह है कि इसका हमारी खाद्य संस्कृति पर सीधा प्रभाव पड़ता है. और इसलिये जबतक हम सात्विक लाइफ स्टाइल को नही अपणाते है, तबतक हम किसी भी फूड चैलेंज को हरा नही सकते.
हम जाणते है आखिर सात्विक लाइफ स्टाइल और सात्विक फूड स्टाईल क्या है?
सात्विक लाइफ स्टाइल | सात्विक फूड स्टाइल क्या है
सात्विक लाइफ स्टाईल, जैसे रोज की जीवनशैली का एक भाग है. वैसे ही वह हमारे भोजन संस्कृतिसे भी जुडा हुआ है. जैसे हम पुरे दिन आहार कैसे लेते है? जैसे ताजा फल, सब्जियां, सूखे मेवे, अनाज, दालें, दूध और इसके उत्पाद शामिल होते हैं. ऐसा आहार शरीर को पोषण देने के साथ-साथ, मन को शांत और स्थिर करता है. सात्विक भोजन मांस, अंडा, शराब, और तले-भुने भोजन से बहुत दूर है. और इससे हमे बचना चाहिये.ऐसा सात्विक भोजन हमारी लाइफ बना सकता है. हम रोगोंसे दूर रह सकते है. जीवन शारीरिक पिडा और मानसिक पिडा से मुक्त रहेगा. परंतु इसके लिये हमे सात्विक लाइफ स्टाइल को अपनाना होगा. यही रास्ता है, जो हेल्दी स्वास्थ्य की तरफ जाता है.
मै मानता हु कि अचानक ऐसी आदत लगाना अधिकांश लोगोंको बहुत कठीण होगा. लेकीन आपने धीरे धीरे इसका अभ्यास करना जरुरी है. कुछ भी असंभव नही है. आप जरूर इस चैलेंज को पुरा कर सकते है.
इस अनुशासित लाइफ स्टाईल से जुडणे के लिये, हमने 7 - डे सात्विक फ़ूड चैलेंज करने के लिये कहा है. बहुत सीधा-साधा चार्ट है. बस आपके पास अनुशासन की जरुरत है
हम इस .फ़ूड चैलेंज कैसे पुरा कर सकते है? इस बारे मे विस्तार से जाणते है.
7 - डे सात्विक फ़ूड चैलेंज : सात्विक लाइफ स्टाइल
1. पहला दिन:
हल्के और ताजे फलों का सेवन करना जरुरी है.
दिन भर में पर्याप्त पानी पिएं.
2. दूसरा दिन:
सिर्फ सब्जीवाला भोजन करें, जैसे सब्जियों का सूप या सलाद.
मसालों का उपयोग जितना हो सके कम करें.
3. तीसरा दिन:
अनाज का सेवन करे. जैसे चावल, दलिया, ई.
भोजन हल्का और आसानी से पचने वाला रखें.
4. चौथा दिन:
दाल और फलोंका का सेवन करें.
अगर घी आपके पास हो, तो जरूर आपके भोजन मे उपयोग करें.
5.पाँचवा दिन:
दूध, छाछ और दही जैसे डेयरी उत्पाद शामिल करें.
ताजे जूस का सेवन करें. लेकिन जब आप मिक्सर में फल पीसते हैं तो फल के छिलके को भी साथ में पीस लें. उन्हे फेकना मत. उसमे फायबर होता है. और बिना फाइबर के जूस पीने का कोई मतलब नहीं है.
6. छठा दिन:
नट्स और बीजों का सेवन करें.
दिन की शुरुआत गर्म पानी और नींबू से करें.
7. सातवां दिन:
पूरा दिन ताजे फलों और सूप के साथ रखें.
यह बेसिक चार्ट शुरुवाती दिनों मे बहुत बडिया है. इसे करने के लिये किसी प्रकार का शिव धनुष्य उठाने की जरुरत नही है. बस अपने दिमाक पर कंट्रोल करना है. और रोज इस चार्ट के अनुसार भोजन और लाइफ स्टाईल से दिन की शुरुआत करनी है.
हम इस बेहतरीन 7 - डे सात्विक फ़ूड चैलेंज के लाभ जाणते है.
1.शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं.
2. पाचन तंत्र को आराम मिलता है.
3. वजन कम करने में मदद मिलती है.
4. मानसिक शांति मिलती है.
5. ऊर्जा का स्तर बेहतर होता है.
जीन लोगोंने इस फूड चार्ट को सही सिखा और अपने लाइफ स्टाईल का हिस्सा बना लिया है, तब उन्हे अगले 21 दिन फूड चैलेंज को जरूर पुरा करना चाहिये. हमने इस चार्ट को 3 पार्ट मे विभाजित किया है. जैसे एक पार्ट 7 दिन का होगा. अगले दोन पार्ट भी 7 दिन के होंगे.
21 - डे सात्विक फूड चैलेंज | सात्विक लाइफ स्टाइल
1. पहले 7 दिन की शुरुआत:
1. सुबह गुनगुने पानी और नींबू से शुरुआत करें.
2. ताजे फलों और सब्जियों का सेवन करे.
3. भोजन मे हल्के मसालों और जरुरत के हिसाब से घी का उपयोग करें.
4. अधिक पानी पिएं . यह पानी पीने का सही तरीका है. भोजन के पहले 15 से २० मिनिट पहले पानी पिएं. भोजन करते समय पानी मत पिएं. अगर जरुरत पडी तभी थोडासा पानी पिना है. भोजन करने के बाद आधा घंटे का बाद पानी पीएं.
5. प्रोसेस्ड और तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें.
2. मध्य 7 दिन:
1. अनाज, दालें और सूप को आहार का हिस्सा बनाएं.
2. नियमित योग और ध्यान का अभ्यास करें.
3. नट्स और बीजों का सेवन करें.
4. हल्का और संतुलित भोजन करें.
3. अंतिम 7 दिन:
1. जितना हो सके, केवल सात्विक और ताजे भोजन पर ध्यान दें.
2. दिन भर में हर्बल चाय और नींबू पानी लें.
3.धीरे-धीरे भोजन करें और हर निवाले का आनंद लें.
4. डेयरी उत्पादों का सीमित उपयोग करें. बल्की कभी कभी जरुरत पडणेपर करे .
5. दिन का अंत गर्म दूध और हल्दी के साथ करें.
अंततः, हमारा सात्विक भोजन और जीवनशैली बाकी सभी से अलग क्यों है? इनसे हमें क्या मिलता है? इसकी विशेषता क्या है? हम इसके बारे में जानेंगे.
जानेंगे.. ऐसे सात्विक लाइफ स्टाईल और सात्विक भोजन के अनोखे होने के 6 कारण
1. प्राकृतिक और शुद्ध सामग्री का उपयोग
सात्विक भोजन में केवल ताजे फल, सब्जियां, अनाज और अन्य सात्विक उत्पादों का उपयोग किया जाता है. इसमें प्रिज़र्वेटिव्स या कृत्रिम पदार्थों का उपयोग नहीं होता, जो इन्हें सेहतमंद और प्राकृतिक बनाता है.
2. पाचन में आसान और हल्का
ऐसा सात्विक आहार आसानी से पचने योग्य होता है, जिनमें हल्के मसाले और घी का उपयोग किया जाता है. यह पेट को आराम देता है और पाचन तंत्र को मजबूत करता है.
3. ऊर्जा और मानसिक शांति प्रदान करने वाले
सात्विक भोजन का उद्देश्य न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति प्रदान करना है.
4. आयुर्वेदिक और प्राचीन परंपराओं से प्रेरित
यह भोजन भारतीय आयुर्वेद और योग पर आधारित है. यह संतुलित और पौष्टिक होने के साथ शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करता है.
5. जहरीले पदार्थों से मुक्त
मांस और तले-भुने पदार्थ जैसे भारी और तामसिक पदार्थों से बचा जाता है. इस कारण यह भोजन हल्का और विषाक्त पदार्थों से मुक्त होता है.
6. संस्कार और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव
सात्विक आहार/भोजन न केवल भोजन का तरीका बदलते हैं, बल्कि यह पूरी जीवनशैली में एक सकारात्मक दृष्टिकोण लाते हैं. यह आपको अनुशासित बनाता है.
निष्कर्ष:
सात्विक भोजन इसलिए अद्वितीय और विशेष हैं, क्योंकि यह भोजन को केवल स्वाद तक सीमित नहीं रखते, बल्कि इसे स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन का माध्यम बनाते हैं.
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